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शुक्रवारी में धनाढ्य लोगों के सामने यातायात विभाग की खत्म हो जाती है ड्यूटी


सडक़ के बीचों बीच खड़े वाहनों के ऊपर नहीं होती कारवाही

ऐसा लगता है कि सिवनी में यातायात महकमें में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी गांव से आने वाले सीधे-साधे लोगों या शहर के मध्यम वर्गीय या गरीब लोगो की  बाइक पकड़ कर  कार्रवाई करना तक ही सीमित रहती है। धनाढ्य और पैसे वाले लोगों के सामने सिवनी  के यातायात महकमें के अधिकारियों की ड्यूटी लगभग समाप्त हो जाती है या यूं कहीं की धनाढ्य लोगों के सामने सिवनी का यातायात महकमा घुटने टेक देता है जैसा कि शुक्रवारी क्षेत्र में होता है। कहने को तो शुक्रवारी में एस डी ओ पी कार्यालय है लेकिन सिवनी एस डी ओ पी का ध्यान भी शुक्रवारी की बिगड़ी यातायात व्यवथा की तरफ नही जाता। यदि आप गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार से है और आपने सिवनी के विभिन्न क्षेत्रों में अपना वाहन खड़ा किया है तो यातायात महकमे की नजर आप पर पड़ जाएगी और आपके वाहन में हेमर लगा दिया जाएगा और चालानी कारवाही कर दी जाएगी। लेकिन यदि आप धनाढ्य और पैसे वाले है तो फिर आप शुक्रवारी जैसे अति व्यततम क्षेत्र में सडक़ के बीचों बीच अपनी कार पार्क कर सकते है क्योंकि यातायात महकमे की ड्यूटी शुक्रवारी में आकर खत्म हो जाती है और यातायात महकमें के अधिकारियों को सडक़ के बीचो-बीच खड़ी कार दिखाई नहीं देती। यातायात महकमा शुक्रवारी में कार खड़ी करने वाले लोगो के ऊपर कारवाही क्यों नही करता यह सवाल जिले के एस पी को यातायात प्रभारी से अवश्य पूछना चाहिए। यह सवाल तो सिवनी एस डी ओ पी से भी पूछना चाहिए की उनके कार्यालय के सामने लोग बेखौफ होकर अपनी कार सडक़ के बीचों बीच लगाकर चले जाते है जिसके कारण लगभग हर दिन जाम की स्थिति बनती है बावजूद इसके एस डी ओ पी भी कोई कारवाही क्यों नही कराते। आखिर धनाढ्य लोगो के ऊपर मेहरबानी का राज क्या है ?